भुवनेश्वर, (निप्र) : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आह्वान पर स्वदेशी संकल्प के माध्यम से आत्मनिर्भर भारत का लक्ष्य अब एक आंदोलन बन गया है। लोगों को विदेशी वस्तुओं से भारतीय निर्मित वस्तुओं की ओर प्रेरित करने के लिए पंडित दीनदयाल उपाध्याय की जयंती 25 सितंबर से भारत रत्न पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की जयंती 25 दिसंबर तक विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। इसे देश का दूसरा आर्थिक स्वतंत्रता संग्राम आंदोलन कहा जा सकता है। भारतीय जनता पार्टी के साथ-साथ देश के कई स्वयंसेवी संगठन इस अभियान में शामिल हो गए हैं।
प्रदेश अध्यक्ष मनमोहन सामल ने कार्यकर्ताओं से इस कार्यक्रम में भाग लेने और जनता को स्वदेशी उत्पाद खरीदने के लिए प्रोत्साहित करने को कहा। प्रदेश कार्यालय में आयोजित आत्मनिर्भर भारत संकल्प अभियान की समीक्षा बैठक में शामिल होते हुए सामल ने कहा कि 'आत्मनिर्भर भारतÓ अभियान पूरे समाज और राष्ट्र के लिए एक संकल्प है। इस कार्यक्रम में सभी की भागीदारी बेहद जरूरी है। पार्टी इस मुद्दे पर जनता को जागरूक करने के लिए कई कार्यक्रम और अभियान चला रही है।
इसी कड़ी में, विधानसभा में महिला, युवा, व्यापारी और वृतिगत सम्मेलन, स्वदेशी मेले, स्कूल-कॉलेजों में स्वदेशी प्रतिज्ञा, आत्मनिर्भर भारत संकल्प रथ और पदयात्रा तथा घर-घर स्वदेशी संपर्क अभियान चलाने का निर्णय लिया गया है। समीक्षा बैठक में सामल ने कार्यकर्ताओं से 2047 के विकसित भारत के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए इस अभियान को सफल बनाने का आह्वान किया। इस अवसर पर प्रदेश प्रभारी विजयपाल सिंह तोमार, मंत्री गोकुलानंद मल्लिक, प्रदेश उपाध्यक्ष डा यतिन मोहंती, बिष्णु दास, अभियान संयोजक एवं प्रदेश महासचिव शारदा शत्पथी सहित सभी प्रदेश एवं जिला पदाधिकारी उपस्थित थे।