भुवनेश्वर, (निप्र) : पुरी शहर स्थित श्री जगन्नाथ मंदिर के अधिकारियों ने 12वीं शताब्दी के इस मंदिर में भक्तों के लिए कतार में दर्शन प्रणाली शुरू करने की तैयारी तेज कर दी है। नवगठित जगन्नाथ मंदिर प्रबंध समिति ने कुछ दिन पहले इस संबंध में एक प्रस्ताव को मंजूरी दी थी। कतार प्रणाली मंदिर परिसर के नाटमंडप में शुरू की जाएगी। श्री जगन्नाथ मंदिर प्रशासन (एसजेटीए) इस प्रणाली को पूरी तरह से लागू करने से पहले प्रायोगिक तौर पर शुरू करेगा।
एसजेटीए के मुख्य प्रशासक अरबिंद पाढ़ी और प्रबंध समिति के कुछ सदस्यों ने सोमवार को राजधानी स्थित एक उत्पादन केंद्र में कतार प्रणाली शुरू करने के लिए बनाए गए लकड़ी के रैंप का निरीक्षण किया। लकड़ी के रैंप को पुरी ले जाया जाएगा और मंदिर में कतार प्रणाली शुरू करने से पहले श्री जगन्नाथ मंदिर में स्थापित किया जाएगा।
पाढ़ी ने कहा, हम जगन्नाथ मंदिर में भक्तों के लिए सुचारू दर्शन सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। आज, हमने प्रबंध समिति के सेवादार सदस्यों के लिए धाड़ी दर्शन प्रणाली का एक लाइव प्रदर्शन आयोजित किया और मंदिर में इस पहल को शुरू करने से पहले उनके सुझाव मांगे। प्रबंध समिति की बैठक में लिए गए निर्णय के अनुसार, मंदिर के अधिकारी कतार प्रणाली के लिए एक मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी) तैयार करेंगे। भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) ने हाल ही में एसजेटीए को भञ्चतों की सुविधा के लिए गर्भगृह के निकट स्थित नाटमंडप में एयर-कंडीशनिंग (एसी) प्रणाली स्थापित करने की अनुमति दी है।