भुवनेश्वर, (निप्र) : अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के महासचिव (संगठन) केसी वेणुगोपाल ने रविवार को कहा कि कांग्रेस पार्टी ओडिशा में खुद को प्रमुख विपक्ष के रूप में सक्रिय रूप से स्थापित कर रही है। मीडिया से बात करते हुए, वेणुगोपाल ने केंद्र और राज्य दोनों में भाजपा सरकार को चुनौती देने के लिए पार्टी की प्रतिबद्धता पर जोर दिया।
उन्होंने कहा, हम दोनों स्तरों पर भाजपा सरकार के खिलाफ लड़ाई में पूरी तरह से शामिल हैं। हमारी प्राथमिकता ओडिशा में एक वास्तविक विपक्षी दल के रूप में काम करना है। वेणुगोपाल ने यह भी बताया कि 'वोट चोरीÓ के मुद्दे को उठाने के साथ-साथ, पार्टी राज्य में बेरोजगारी और महिलाओं एवं आदिवासी समुदायों को प्रभावित करने वाले मुद्दों जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों पर भी ध्यान केंद्रित करेगी। ओडिशा की अपनी यात्रा के दौरान, वेणुगोपाल ने भुवनेश्वर स्थित कांग्रेस मुख्यालय में राजनीतिक मामलों की समिति (पीएसी), ओडिशा प्रदेश कांग्रेस समिति (ओपीसीसी) के पर्यवेक्षकों, वरिष्ठ पार्टी नेताओं, विधायकों और कार्यकर्ताओं के साथ महत्वपूर्ण बैठकें कीं। अपने एक्स हैंडल पर वेणुगोपाल ने साझा किया, ओडिशा पीसीसी की राजनीतिक मामलों की समिति की बैठक और संगठन सृजन अभियान के तहत नियुञ्चत पीसीसी पर्यवेक्षकों की बैठक में भाग लिया।
पीएसी ने संगठन को मजबूत करने, चल रहे 'वोट चोर, गद्दी छोड़Ó हस्ताक्षर अभियान पर विचार-विमर्श किया और राज्य भर में आगे के राजनीतिक कार्यक्रमों की योजना बनाई। बैठकों में महिलाओं के खिलाफ बढ़ते अपराधों, जिनमें गुमशुदगी के मामले भी शामिल हैं, के साथ-साथ भाजपा के नेतृत्व वाली ओडिशा सरकार के समग्र कुशासन पर भी चर्चा हुई। वेणुगोपाल ने कहा, जिला और जमीनी स्तर पर संगठन को मजबूत करने और पीसीसी पर्यवेक्षकों की इस प्रयास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने की सख्त जरूरत है। कांग्रेस न्याय, सम्मान और लोकतंत्र के संघर्ष में ओडिशा के लोगों के साथ मजबूती से खड़ी है। उन्होंने आगे कहा कि ओपीसीसी अध्यक्ष भञ्चत चरण दास के नेतृत्व में कांग्रेस ओडिशा में सही दिशा में लगातार आगे बढ़ रही है। पार्टी का लक्ष्य संगठन सृजन अभियान के तहत 30 सितंबर तक सभी 35 संगठनात्मक जिलों के अध्यक्षों का चयन पूरा करना है। वेणुगोपाल ने विश्वास व्यञ्चत किया कि पार्टी नेताओं और कार्यकर्ताओं के निरंतर प्रयास से कांग्रेस राज्य में भाजपा और बीजू जनता दल (बीजद) दोनों को हरा सकती है। उन्होंने यह भी घोषणा की कि नवनियुञ्चत जिला अध्यक्षों के प्रदर्शन की हर तीन महीने में समीक्षा की जाएगी।