काठमांडू, (एजेंसी) : पश्चिमी नेपाल की एक जेल में सुरक्षाकर्मियों के साथ झड़प में कम से कम पांच किशोर बंदियों की मौत हो गई, जबकि सरकार विरोधी हिंसक प्रदर्शनों के दौरान देश भर की विभिन्न जेलों से 7,000 से अधिक कैदी फरार हो गए। मीडिया में आई खबरों से यह जानकारी मिली। नेपाल की सेना ने बुधवार को विरोध प्रदर्शन की आड़ में संभावित हिंसा को रोकने के लिए देशव्यापी प्रतिबंधात्मक आदेश लागू किए और कक्रर्यू लगा दिया है। नेपाल में एक दिन पहले ही सरकार-विरोधी हिंसक प्रदर्शनों के कारण के पी ओली को प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा देना पड़ा। प्रदर्शनकारियों ने मंगलवार को संसद, राष्ट्रपति कार्यालय, प्रधानमंत्री आवास, सरकारी भवनों, राजनीतिक दलों के कार्यालयों और वरिष्ठ नेताओं के घरों में आग लगा दी थी।
भ्रष्टाचार के मुद्दे पर और सोशल मीडिया पर सरकार के प्रतिबंध के खिलाफ सोमवार को युवाओं द्वारा किए गए प्रदर्शन के दौरान पुलिस कार्रवाई में कम से कम 19 लोगों की मौत के बाद सैकड़ों प्रदर्शनकारी प्रधानमंत्री ओली के इस्तीफे की मांग को लेकर उनके कार्यालय में घुस गए थे, जिसके तुरंत बाद मंगलवार को उन्होंने पद से इस्तीफा दे दिया। सोशल मीडिया पर प्रतिबंध सोमवार रात हटा लिया गया था। हालांकि, उनके इस्तीफे के बाद भी प्रदर्शन जारी रहा। कैदियों ने विरोध-प्रदर्शनों का फायदा उठाया और जेलों से भागने की कोशिश की, जिसके परिणामस्वरूप मंगलवार से कई जेलों में सुरक्षाकर्मियों और कैदियों के बीच झड़पें हुईं। द राइजिंग नेपाल अखबार ने अपनी खबर में कहा, मंगलवार रात बांके के बैजनाथ ग्रामीण नगरपालिका-3 में स्थित नौबस्ता क्षेत्रीय जेल के नौबस्ता बाल सुधार गृह में सुरक्षाकर्मियों के साथ झड़प में पांच किशोर बंदियों की मौत हो गई।
अखबार ने नौबस्ता बाल सुधार गृह कार्यालय के हवाले से बताया कि झड़प में पांच किशोर बंदियों की मौत हो गई और चार गंभीर रूप से घायल हो गए। यह झड़प उस समय हुई जब बंदियों ने सुधार गृह के सुरक्षाकर्मियों के हथियार छीनने की कोशिश की। माय रिपब्लिका अखबार ने अपनी खबर में बताया कि देश भर की विभिन्न जेलों से लगभग 7,000 कैदी फरार हो गए हैं। गृह मंत्रालय के सूत्रों का हवाला देते हुए अखबार ने कहा कि दिल्लीबाजार जेल (1,100), चितवन (700), नक्खू (1,200), सुनसरी में झुम्पका (1,575), कंचनपुर (450), कैलाली (612), जलेश्वर (576), कास्की (773), डांग (124), जुमला (36), सोलुखुम्बु (86), गौर (260), और बजहांग (65) सहित कई जेलों से कैदियों के भागने की खबरें हैं। अखबार ने एक अलग खबर में कहा कि दक्षिणी नेपाल के बागमती प्रांत के सिंधुलीगढ़ी स्थित जिला जेल से 43 महिलाओं सहित सभी 471 कैदी फरार हो गए। जेल प्रशासन के अनुसार, कैदियों ने बुधवार सुबह जेल के अंदर आग लगा दी और मुख्य द्वार तोड़कर फरार हो गए।