भुवनेश्वर, (निप्र) : प्रदेश भाजपा अध्यक्ष मनमोहन सामल बुधवार को तीन दिवसीय दौरे पर दिल्ली पहुंचे, जहां उनका कई केंद्रीय नेताओं से मिलने का कार्यक्रम है। यह यात्रा इसलिए चर्चा का विषय बनी हुई है क्योंकि वर्तमान में मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी भी दिल्ली की यात्रा पर गए हुए हैं। इन दोनों नेताओं के एक साथ दिल्ली दौरे से राजनीतिक हलकों में उत्सुकता बढ़ गई है।
पार्टी सूत्रों के अनुसार, राज्य समितियों के पुनर्गठन के साथ-साथ बोर्डों और निगमों में लंबे समय से लंबित नियुञ्चितयों पर भी चर्चा हो सकती है। सामल की यात्रा ने एक बार फिर विभिन्न राज्य संचालित बोर्डों और निगमों के अध्यक्षों की नियुञ्चित को लेकर अटकलों को हवा दे दी है, जो महीनों से खाली पड़े हैं। इससे पहले, 18 अगस्त को उनकी यात्रा के दौरान, पार्टी के अंदरूनी सूत्रों ने संकेत दिया था कि दिल्ली में इस तरह के विचार-विमर्श इन पदों के लिए नामों को तय करने में निर्णायक साबित हो सकते हैं। ऐसा माना जाता है कि भाजपा के ओडिशा प्रभारी सुनील बंसल, जिन्होंने हाल ही में राज्य का दौरा किया था और आंतरिक चर्चा की थी, ने भी केंद्रीय नेतृत्व को अपनी प्रतिक्रिया सौंप दी है। गौरतलब है कि यह पहली बार नहीं है जब सामल के दिल्ली दौरे ने राजनीतिक ध्यान आकर्षित किया है।
जुलाई में, वरिष्ठ नेताओं के साथ उनकी चर्चाओं ने ओडिशा में संभावित मंत्रिमंडल विस्तार और छह रिञ्चत मंत्री पदों को भरने की चर्चा शुरू कर दी थी। हालांकि उसके बाद कोई घोषणा नहीं हुई, लेकिन अंदरूनी सूत्रों का कहना है कि राज्य समिति और निगम दोनों की नियुञ्चितयों को अंतिम रूप देने के बढ़ते दबाव को देखते हुए, बैठकों का यह दौर काफी अहम हो सकता है। सामल ने पहले स्पष्ट किया था कि पार्टी की संवैधानिक परंपरा के अनुसार, नई राज्य टीम की घोषणा भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष के चुनाव के बाद ही की जाएगी। अपने इस दौरे के दौरान, सामल के न केवल केंद्रीय नेताओं, बल्कि ओडिशा के सांसदों के साथ भी बैठक करने की उम्मीद है। राज्य भाजपा केंद्र से स्पष्ट निर्देशों का इंतजार कर रही है, इसलिए भुवनेश्वर के राजनीतिक हलकों में सामल के दौरे के नतीजों पर कड़ी नजर रखी जा रही है।